तुषार अमरीश गोयल द्वारा लिखित और निर्देशित तथा स्वर्णिम ग्लोबल सर्विसेज प्रा. लि. और सीए सुरेश झा द्वारा प्रस्तुत ‘द ताज स्टोरी’, हर नए अपडेट के साथ दर्शकों के बीच ज़बरदस्त चर्चा का विषय बनती जा रही है। दमदार, विस्फोटक और सोचने पर मजबूर कर देने वाले ट्रेलर के बाद अब मेकर्स ने फिल्म का एक शक्तिशाली डायलॉग प्रोमो रिलीज़ किया है, जिसने चर्चा को एक नया मोड़ दे दिया है।
इस प्रोमो में परेश रावल और जाकिर हुसैन के बीच कोर्टरूम में चल रही तीखी बहस दिखाई गई है, जहां परेश रावल का किरदार ‘ताज महल’ के पीछे छिपी कहानी और सत्य पर सवाल उठाते हैं। मेकर्स ने इस प्रोमो को साझा करते हुए लिखा है, “प्रेम का प्रतीक या नरसंहार का प्रतीक? समय आ गया है ताजमहल की झूठी कहानी को चुनौती देने का।” इसके साथ में टैगलाइन दी है, “फिल्म आज़ादी के 79 साल बाद भी यह सवाल उठाती है कि “क्या हम अब भी बौद्धिक आतंकवाद के गुलाम हैं?”
परेश रावल के साथ जाकिर हुसैन, अमृता खानविलकर, स्नेहा वाघ और नामित दास जैसे दमदार कलाकारों से सजी ‘द ताज स्टोरी’ सिर्फ एक पीरियड या ऐतिहासिक फिल्म नहीं, बल्कि एक सिनेमा आधारित बहस है, जो सामाजिक टिप्पणी के साथ इतिहास की पुनः समीक्षा प्रस्तुत करती है।
संगीत रोहित शर्मा और राहुल देव नाथ के संगीत निर्देशन में बनी फिल्म ‘द ताज स्टोरी’ कथानक की तीव्रता के साथ भावनात्मक प्रभाव को भी गहरा करता है। 31 अक्टूबर 2025 को देशभर के सिनेमाघरों में भव्य रूप से रिलीज़ हो रही ‘द ताज स्टोरी’ दर्शकों को सोचने, सवाल पूछने और शायद इतिहास व आज़ादी की परिभाषा को नए सिरे से समझने के लिए प्रेरित करेगी।

