सुधीर बाबू और सोनाक्षी सिन्हा अभिनीत सुपरनैचुरल स्पेक्टेकल ‘जटाधारा’ की रिलीज़ में अब बस दो हफ्ते बचे हैं और दर्शकों का उत्साह चरम पर है। इसके धमाकेदार टीज़र से लेकर रोंगटे खड़े कर देने वाले ट्रेलर तक, हर झलक ने इस फिल्म के प्रति दर्शकों की जिज्ञासा और भी बढ़ा दिया है, जो भारतीय सिनेमा में एक बिल्कुल अनोखा अनुभव होगा।
हालांकि इन सबमें एक और चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है, जिसके तहत फिल्म के भव्य क्लाइमैक्स की शूटिंग के लिए दोनों लीड कलाकारों ने कई दिनों तक लगातार 24 घण्टे शूटिंग कर फ़िल्म के प्रति अपने समर्पण और सहनशक्ति का परिचय दिया, जो भारतीय सिनेमा में बहुत ही कम देखने को मिलती है।
वेंकट कल्याण और अभिषेक जायसवाल द्वारा निर्देशित ‘जटाधारा’ एक विजुअली स्टनिंग सुपरनैचुरल घटनाओं से भरपूर है, जिसमें पौराणिक कथाओं, ब्लैक मैजिक, प्राचीन श्राप और एक रहस्यमयी खजाने की खोज को जोड़ा गया है। प्रकाश और अंधकार के महाकाय युद्ध से सजा फ़िल्म का क्लाइमैक्स, टीम के अनुसार फ़िल्म का अब तक का सबसे चुनौतीपूर्ण सीक्वेंस है, जिसमें विशाल सेट्स, जटिल एक्शन प्लानिंग और बेहद भावनात्मक परफॉर्मेंस शामिल थीं। यही वजह है कि इस सीन में इन दोनों कलाकारों ने अपनी शारीरिक ही नहीं, मानसिक क्षमता का परिचय देते हुए अपना सर्वश्रेष्ठ दिया।
प्रोड्यूसर शिविन नारंग ने इस कठिन शेड्यूल के बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा, “ फ़िल्म का क्लाइमैक्स ‘जटाधारा’ की आत्मा है। यह वह जगह है जहां प्रकाश और अंधकार की दो शक्तिशाली ताकतें टकराती हैं। हम इसे हर तरह से बड़ा महसूस कराना चाहते थे और इसके लिए सुधीर बाबू और सोनाक्षी सिन्हा ने जिस तरह का डेडिकेशन दिखाया, वह सिर्फ डेडिकेशन नहीं, बल्कि डिवोशन है। उन्होंने तीन दिनों तक लगातार 24 घंटे तक शूटिंग की और अपनी पूरी शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक ऊर्जा झोंक दी। यह उन सबसे कठिन और महत्वाकांक्षी क्लाइमैक्स में से एक है जिसे आप बड़े पर्दे पर देखेंगे।”
गौरतलब है कि ‘जटाधारा’ को ज़ी स्टूडियोज़ और प्रेरणा अरोड़ा द्वारा पेश किया गया है और इसे उमेश कुमार बंसल, शिविन नारंग, अरुणा अग्रवाल, प्रेरणा अरोड़ा, शिल्पा सिंघल और निखिल नंदा ने प्रोड्यूस किया है। अक्षय केजरीवाल और कुसुम अरोड़ा सह-निर्माता हैं। दिव्या विजय क्रिएटिव प्रोड्यूसर के रूप में और भाविनी गोस्वामी सुपरवाइजिंग प्रोड्यूसर के रूप में जुड़ी हैं। फिल्म का इमर्सिव साउंडस्केप ज़ी म्यूजिक कंपनी द्वारा तैयार किया गया है।
ऐसे में यह कहें तो गलत नहीं होगा कि 7 नवंबर 2025 को हिंदी और तेलुगु में रिलीज़ होने जा रही ‘जटाधारा’, दर्शकों के लिए एक सांसें थमा देने वाला सिनेमैटिक अनुभव साबित होगी। यह एक ऐसी थ्रिलिंग यात्रा है, जहां आस्था और भय की जंग में मिथक पागलपन से टकराते हैं।
