किशोर कुमार-लता मंगेशकर के सबसे बेहतरीन रोमांटिक गाने सुनें

Best Romantic Duets: किशोर कुमार और लता मंगेशकर के सबसे बेहतरीन रोमांटिक गाने जानने के लिए पढ़ें
किशोर कुमार-लता मंगेशकर के सबसे बेहतरीन रोमांटिक गाने सुनें 1777

Best Romantic Duets: किशोर कुमार और लता मंगेशकर हमारे बॉलीवुड इंडस्ट्री के सबसे बेहतरीन गायकों में से एक होने के साथ हैं। जिसमें तेरे बिना जिंदगी से कोई शिकवा (आंधी), तेरे मेरे मिलन की ये रैना (अभिमान), अच्छा तो हम चलते हैं (आन मिलो सजना), कोरा कागज़ यह मन मेरा (आराधना) जैसे बेहतरीन गाने शामिल है। इन गानों के अलावा इन गायकों ने रोमांटिक गानों की एक अलग दुनिया बनाई है जिसमें से कुछ गाने जानने के लिए देखें:

1. न सोएंगे और सोने देंगे (मिस्टर रोमियो): रोमांटिक गानों के सबसे सबसे बेहतरीन गाना फिर से एक इस गाने में लता जी और किशोर कुमार मैं अपने बेहतरीन गानों से लाखों लोगों का दिल जीता है। इस गाने को रोमांस के राजा कहे जाने वाले आर डी बर्मन ने कंपोज किया है। और इसे आज भी काफी पसंद किया जाता है।

2. दिल तेरा है मैं भी तेरी हूं सनम (बॉम्बे टू गोवा): आर डी बर्मन इस बेहतरीन गाने को अमिताभ बच्चन और अरुणा ईरानी पर फिल्माया गया है। जिसे फिल्म के फाइनल एडिट से हटाना पड़ा और इसी के कारण यह गाना ज्यादा लोकप्रिय नहीं हो पाया है। लेकिन लता मंगेशकर और किशोर कुमार के इस गाने में अपने आवाज़ में लाखों दिल की धड़कन बनी।

3. मन पुकारे (त्याग): यह गाना आर डी बर्मन के आखिरी गानों में से एक था। इस गानों में बहनों की आईकॉनिक जोड़ी आशा-लता हम तुम तुम हम हम तुम और मन पुकारे में एक साथ नज़र आईं थी। वहीं इस गाने ने लाखों दिलों पर कब्जा करने में कामयाब रहा है।

4. चंदा देखे चंदा (झूठी): लता जी और किशोर के गाए गाने केआ सचिन देव बर्मन की तेरे मेरे मिलन के ये रैना (अभीमान) से मूल स्ट्रक्चर लेकर बप्पी लहरी ने यह गाना बनाया लेकिन यह चोरी नहीं थी क्योंकि झूठी और अभिमान दोनों ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्में हैं। वही बप्पी लहरी ने चंदा देख चंदा गाने से अपनी काबिलियत साबित की और इस गाने को किशोर और लता जी के सिवा कोई पूरा नहीं कर सकता था।

5. कैसे देखें मेरी आंखों के बहुत पास हो तुम (भरोसा): किशोर कुमार, लता मंगेशकर, आरडी बर्मन और गुलजार के इस बेहतरीन जोड़ी ने एक अनोखा गाना बनाया। फिल्म कभी बन नहीं पाई लेकिन समय की कसौटी पर यह एल्बम खड़ा उतरा। यह लता जी-किशोर-आरडी-गुलजार के तुम आ गए हो नूर आ गया है या इस मोड़ से जाते हैं जितना लोकप्रिय नहीं हुआ लेकिन इसने अपनी एक अलग जगह बनाई।

अंकित तिवारी: कलम और किताबों के शौख ने मुझे इस क्षेत्र में खींच लाया। ख़बर के प्रति उत्सुकता और लिखाई की मोहब्बत ने मुझे पत्रकारिता के लिए प्रेरित किया। हिन्दी मेरे लिए न केवल एक भाषा है, बल्कि एक हथियार भी है जो मुझे अपने जीवन के संघर्षों से लड़ने और सफलता और उपलब्धि के पथ पर आगे बढ़ने में मदद करती है।